छत्तीसगढ़ में मिली 1000 साल पुरानी सोने की शिव प्रतिमा, हजारों सांपों से घिरी…

n65194636917395208369618a9e7b95cf1ac7d4d8354a2da2a7040a5b2b49fea13c002c36ba5db10b965e8d.jpg
img-20250126-wa00423937339196566744683.jpg
img-20250126-wa00342949616736132681496.jpg
img-20250126-wa00398927748928207255289.jpg
img-20250126-wa00372787604857258212646.jpg
img-20250126-wa00362288811654089640446.jpg
img-20250126-wa00331992180726161489777.jpg
img-20250126-wa00437510458534892137908.jpg
img-20250126-wa00352979125017827737833.jpg
img-20250126-wa00386293720720400353463.jpg

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के एक गांव में हाल ही में एक अद्भुत खोज हुई, जिसने स्थानीय लोगों और पुरातत्वविदों को चौंका दिया है। रतनपुर गांव में रेल पटरी के पास 1000 साल पुरानी भगवान शिव की एक दुर्लभ सोने की मूर्ति मिली।

img-20250126-wa00326167699497738553557.jpg
img-20250126-wa00265033815982072881896.jpg
img-20250126-wa00291015428083591888172.jpg
img-20250126-wa00271448002361760191699.jpg
img-20250126-wa00173249187069231821005.jpg
img-20250126-wa00257127689933361988055.jpg
img-20250126-wa00304827904560071000331.jpg
img-20250126-wa00155267866486661070641.jpg
img-20250126-wa00183982781771544780638.jpg

हैरान करने वाली बात यह रही कि इस प्रतिमा के पास हजारों सांप भी मौजूद थे। जैसे ही ग्रामीणों को इस अनोखी मूर्ति का पता चला, उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मूर्ति को जब्त किया और उसे थाने ले गई। इस ऐतिहासिक खोज की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई, और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आने लगे।

img-20250126-wa00516381381985756412905.jpg
img-20250126-wa00136036707186460277384.jpg
img-20250126-wa00097920202088641897117.jpg
img-20250126-wa00442461672775482777927.jpg
img-20250126-wa00087373545567721406215.jpg
img-20250126-wa0048919595822176292124.jpg
img-20250126-wa00463828075695206784851.jpg
img-20250126-wa00492400657089094787777.jpg
img-20250126-wa00507554650100849461638.jpg

थानाधिकारी चंपाराम बारड के अनुसार, यह प्रतिमा बेहद आकर्षक है और पूरी तरह सोने से बनी प्रतीत होती है। मूर्ति का वजन लगभग 30 किलो 300 ग्राम है और इसकी ऊंचाई सवा दो फुट बताई जा रही है। शिक्षाविद छैलसिंह देवड़ा ने जानकारी दी कि यह प्रतिमा अंदर से खोखली है और इसे शिवलिंग के ऊपर स्थापित करने के लिए बनाया गया था। मूर्ति के सिर पर जटाओं में मां गंगा की प्रतिमा, गले में नागदेवता, और अन्य अलंकरण इसे बेहद भव्य बनाते हैं। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों को यह मूर्ति जूट के बोरे में मिली थी, जिसे बाद में गांव के शिव मंदिर में रखवा दिया गया। इस ऐतिहासिक खोज को लेकर क्षेत्र में उत्साह और श्रद्धा का माहौल है, जबकि प्रशासन इसकी ऐतिहासिक और पुरातात्विक जांच में जुट गया है।

img-20250126-wa00676746347936424999774.jpg
img-20250126-wa00612500892740396040803.jpg
img-20250126-wa00622856284954661845289.jpg
img-20250126-wa00647502413851256685776.jpg
img-20250126-wa00686519463928479086784.jpg
img-20250126-wa00659017904462274620253.jpg
img-20250126-wa00603742787041774538073.jpg
img-20250126-wa00663493184086793656904.jpg
img-20250126-wa00694964670496977801471.jpg
img-20250126-wa0053941558300984410967.jpg
img-20250126-wa00631630620204652624544.jpg
img-20250126-wa00527478007065878561332.jpg
img-20250126-wa00587408008828864244276.jpg
img-20250126-wa00541922086016391682508.jpg
img-20250126-wa00573803143509991303831.jpg
img-20250126-wa00567932817642126573987.jpg
img-20250126-wa00598829682361529156020.jpg
img-20250126-wa00555527958465425647921.jpg